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[िव×त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 ɮवारा संशोिधत Ǿप मɅ ] दीघाविध पूंजी अिभलाभ पर कर èतावना पूंजीगत पिरसंगि×त के अंतरण पर उ×पÛन लाभ ‘‘पूंजीगत लाभ’’ शीषक के अंतगत कर हेतु देय है पूंजीगत अिभलाभ से आय को "अपाविध पूंजीगत अिभलाभ" और "दीघाविध पूंजीगत अिभलाभ" के Ǿप मɅ वगȸकृ त िकया जाता है। इस भाग मɅ आप दीघाविध पूंजीगत अिभलाभ पर कर से संबंिधत ावधानɉ के बारे मɅ जानकारी कर सकते हɇ। पूंजीगत अिभलाभ का अथ पूंजीगत पिरसपि के अंतरण से उपन होने वाले िकसी भी लाभ या अिभलाभ पर "पूंजीगत अिभलाभ" मद के तहत कर भािरत िकया जायेगा। पूंजीगत पिरसंगि×त का अथ पूंजीगत पिरसंगि×त िनàन शािमल करने के िलए पिरभािषत की गई हɇ () िनधािरती ɮवारा धािरत िकसी भी कार की संगि×त, चाहे िनधािरती के åयापार अथवा पेशे से संबािधत हो या नही () एफआईआई ɮवारा धािरत कोई ितभूित िजसे सेबी अिधिनयम, 1992 के अंतगत िविनयमन के अनुसार ऐसी ितभूित मɅ िनवेश िकया गया हो बहरहाल इसमɅ िनन मंदे ‘‘पूंजीगत पिरसंगि×त’’ की पिरभाषा मɅ शािमल नहीं हɇ (i) अपने यवसाय या पेशे के योजनɉ के िलए धािरत कोई भी िवबे य माल, (उत मɅ ितभूितयɉ को छोड़कर) उपभोय भंडार या कचा माल; (ii) यिगत भाव, अथात करदाता या उस पर िनभर उसके पिरवार के िकसी भी सदःय ारा िनजी इःतेमाल के िलए धािरत (पिरधान पहनावा और फनȸचर सिहत) चल संपि, परंतु िननिलिखत के अलावा

दीघार्विध पूंजी अिभलाभ पर कर LTCG_hindi.pdf[ वत (स .2) अ ध नयम, 2019 व र स श धत प म E] द घ र व

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    दीघार्विध पंूजी अिभलाभ पर कर प्र तावना

    पूंजीगत पिरसंगि त के अंतरण पर उ प न लाभ ‘‘पूंजीगत लाभ’’ शीषर्क के अंतगर्त कर हेतु देय है। पूंजीगत अिभलाभ से आय को "अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ" और "दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ" के रूप में वगीर्कृत िकया जाता है। इस भाग में आप दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ पर कर से संबंिधत ूावधानों के बारे में जानकारी ूाप्त कर सकते हैं। 

    पूंजीगत अिभलाभ का अथर्  

    पूंजीगत पिरसम्पित्त के अंतरण से उत्पन्न होने वाले िकसी भी लाभ या अिभलाभ पर "पूंजीगत अिभलाभ" मद के तहत कर ूभािरत िकया जायेगा। 

    पूंजीगत पिरसगंि त का अथर्

    पूंजीगत पिरसंगि त िन न शािमल करने के िलए पिरभािषत की गई ह

    (क) िनधार्िरती वारा धािरत िकसी भी प्रकार की संगि त, चाहे िनधार्िरती के यापार अथवा पेश े से संबािधत हो या नही

    (ख) एफआईआई वारा धािरत कोई प्रितभूित िजसे सेबी अिधिनयम, 1992 के अंतगर्त िविनयमन के अनुसार ऐसी प्रितभूित म िनवेश िकया गया हो

    बहरहाल इसमें िनम्न मंदे ‘‘पूंजीगत पिरसंगि त’’ की पिरभाषा म शािमल नहीं हैं— 

    (i) अपने व्यवसाय या पेशे के ूयोजनों के िलए धािरत कोई भी िवबेय माल, (उक्त ख म प्रितभूितय को छोड़कर) उपभोज्य भंडार या कच्चा माल; 

    (ii) व्यिक्तगत ूभाव, अथार्त करदाता या उस पर िनभर्र उसके पिरवार के िकसी भी सदःय द्वारा िनजी इःतेमाल के िलए धािरत (पिरधान पहनावा और फनीर्चर सिहत) चल सपंित्त, परंतु िनम्निलिखत के अलावा— 

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    (क) आभूषण; 

    (ख) पुराताित्वक संमह; 

    (ग) आरेख; 

    (घ) िचऽ; 

    (ड़) मूितर्; या 

    (च) कोई भी कलाकृित। 

    ''आभूषण" में शािमल हैं-  

    (क) सोने, चांदी, प्लेिटनम या िकसी भी अन्य कीमती धातु या ऐसी कीमती धातुओं में से एक या अिधक युक्त िमौ धातु से बने गहने, चाहे उसमें कोई कीमती या अद्धर् कीमती पत्थर हों अथवा नहीं और िकसी भी पहनने वाले पिरधान में काम िकये हुये अथवा िसले हुए हो अथवा नहीं; 

    (ख) िकसी भी फनीर्चर, बतर्न या अन्य वःतु में लगाये गये या काम िकये गये या िकसी भी पहनने वाले पिरधान में काम िकये गये अथवा िसले गये कीमती या अद्धर् कीमती पत्थर। 

    (iii) भारत में मामीण के्षऽ में िःथत कृिष भूिम;

    (क) नगर िनगम के क्षेत्रािधकार, अिधसूिचत क्षेत्र समीित, टाउन एिरया समीित, छावनी बोडर् के अंतगर्त तथा िजसकी जनसंख्या 10,000 से कम न हो

    (ख) िकसी नगरपािलका अथवा छावनी बोडर् की थानीय सीमा से मापे गए हवाई मागर् की िन निलिखत दरूी के भीतर

    (i) 2 िकमी. म अिधक नहीं, यिद ऐसे क्षेत्र की जनसंख्या 10,000 से अिधक लेिकन 1 लाख से अिधक न हो

    (ii) 6 िकसी से अि सक नही, यिद ऐसे क्षेत्र की जनसंख्या 1 लाख से अिधक लेिकन 10 लाख से अिधक न हो

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    (iii) 8 िकसी से अिधक नही, यदी एसे क्षेत्र की जनसंख्या 10 लाख से अिधक हो

    जनसंख्या िपछली उ तरगामी जनगणना के आंकड़ के अनुसार िवचारनीय है िजसके प्रासंिगक आंकड़ ेवषर् के पहले िदन से पहले प्रकािशत िकए गए हो

    जनसंख्या पर िवचार िपछली पूवर्वतीर् जनगणना के अनुसार िकया जाएगा जो प्रासंिगक आंकड़ा वषर् के पहले िदन से पहले प्रकािशत हुआ हो

    (iv) कें ि सरकार द्वारा जारी िकए गए 61/2 फीसदी गोल्ड बांड, 1977 या 7 फीसदी गोल्ड बांड, 1980 या राष्टर्ीय रक्षा गोल्ड बांड, 1980; 

    (v) िवशेष धारक बांड, 1991; 

    (vi) ःवणर् जमा योजना, 1999 के तहत जारी ःवणर् जमा बॉन्ड या वणर् मुद्रीकरण योजना, 2015 के अंतगर्त जारी जमा प्रमाणपत्र।

    िन निलिखत िबदं ु यान म रखने चािहए

    पूंजीगत पिरसंगित के प म संपि त करदाता के यापार अथवा पेश े से सबंंिधत हो सकता ह अथवा नहीं उदाहरण यात्री वाहन के यापार म संलग्न यिक्त की यात्री पिरवहन यापार से प्रा त आय उसकी आय होगी

    िवदेशी सं थागत िनवेशक वारा धािरत िकसी प्रकार की प्रितभूित िजसे भारतीय प्रितभूित एवं िविनमय बोडर् अिधिनयम के अंतगर्त िविनयमन के अनुसार ऐसी प्रितभूितय म िनवेश िकया हो, को सदैव पूंजीगत पिरसंगित के तौर पर समझा जाएगा इसिलए ऐसी पिरसंगितय को टॉक-इन टे्रड के तौर पर नही समझा जाएगा।

    उदाहरण  

    िम. कुमार ने जनवरी, 2016 में 84,00,000 रुपये में एक आवासीय घर खरीदा। उन्होंने, वह घर अप्रैल, 2016 में 90,00,000 रुपये में बेच िदया। इस मामले में, आवासीय घर िम. कुमार की एक पूंजी पिरसंपित्त है और, इसिलए, आवासीय घर की िबबी से उत्पन्न होने वाले 6,00,000 रुपये के लाभ पर "पूंजीगत अिभलाभ" मद के तहत कर ूभािरत िकया जायेगा। 

    उदाहरण  

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    िम. कपूर एक ूॉपटीर् डीलर हैं। उन्होंने पुनिवर्बय के िलए एक फ्लैट खरीदा है। फ्लैट, जनवरी, 2018 में 84,00,000 रुपये में खरीदा गया था तथा अप्रैल, 2019 में 90,00,000 रुपये में बेच िदया गया। इस मामले में, िम. कपूर एक ूॉपटीर् डीलर है और, इसिलए, सम्पित्त में व्यवसाय करना उनका पेशा है। दसूरे शब्दों में, िम. कपूर के िलये फ्लैट, एक पूंजी पिरसंपित्त नहीं है और, इसिलए, फ्लैट की िबबी से उत्पन्न होने वाले 6,00,000 रुपये के लाभ पर कारोबारी कारोबारी आय के रूप में कर ूभािरत िकया जायेगा न िक पूंजीगत अिभलाभ के रूप में। 

    दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त और अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त का अथर्  

    कराधान के ूयोजन हेतु, नीचे िदये गये के अनुसार पूंजीगत पिरसंपित्तयों को दो ौिेणयों में वगीर्कृत िकया जाता है: 

    अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त दीधार्विध पूंजी पिरसंपित्त

    इसके हःतांतरण की ितिथ से ठीक पहले करदाता द्वारा 36 माह से अनिधक की अविध के िलए धािरत िकसी भी पूजंी पिरसंपित्त को अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त माना जाएगा। हालांिक शयेर, (इिक्वटी अथवा वरीयता) जो भारत म मा यता प्रा त टॉक एक्सचज म सूचीबद्ध है (शयेर की सूचीकरण अिनवायर् नही है यिद ऐसे शयेर का थांनातरण 10 जुलाई 2014 को अथवा इससे पूवर् िकया गया हो), इिक्वटी यूिनट उ मुख यूचुअल फंड जैसे कुछ पिरसंपि त, ऋणपत्र तथा सरकारी प्रितभूित जैसी सूचीबद्ध प्रितभूित, यूटीआई की ईकाईय तथा जीरो कूपन बांड जैवी कुछ पिरसंपि तय के संबंध म अिधकार की अविध को 36 महीने के थान पर 12 महीने के तौर पर समझा जाएगा।

    िट पणी :  

    प्रभावी  िनधार्रण  वषर्  2017‐18  से,  अिधग्रहण  की 

    अविध   कंपनी के असूचीबद्ध शयेर  की  ि थित म 36 

    महीन   के  थान  पर  24 महीन   के तौर  पर समझी 

    इसके हःतांतरण की ितिथ से ठीक पहले करदाता द्वारा 36 माह से अिधक की अविध के िलए धािरत िकसी भी पूंजी पिरसंपित्त को दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त माना जाएगा। हालांिक शयेर, (इिक्वटी अथवा वरीयता) जो भारत म मा यता प्रा त टॉक एक्सचज म सूचीबद्ध है (शयेर की सूचीकरण अिनवायर् नही है यिद ऐसे शयेर का थांनतरण 10 जुलाई 2014 को अथवा इससे पूवर् िकया गया हो), इिक्वटी यूिनट उ मुख यूचुअल फंड जैसे कुछ पिरसंपि त, ऋणपत्र तथा सरकारी प्रितभूित जैसी सूचीबद्ध प्रितभूित, यूटीआई की ईकाईय तथा जीरो कूपन बांड जैवी कुछ पिरसंपि तय के संबंध म अिधकार की अविध को 36 महीने के थान पर 12 महीने के तौर पर समझा जाएगा।

    िट पणी :  

    प्रभावी  िनधार्रण  वषर्  2017‐18  से,  अिधग्रहण  की 

    अविध   कंपनी के असूचीबद्ध शयेर  की  ि थित म 36 

    महीन   के  थान  पर  24 महीन   के तौर  पर समझी 

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    जानी है।    जानी है।   

    2) प्रभावी िनधार्रण वषर् 2018-19 से, भूिम या भवन दोन होने के तौर पर अचल संपि त की ि थित म धारण अविध को 36 महीन के थान पर 24 महीने समझा जाएगा

    2) प्रभावी िनधार्रण वषर् 2018-19 से, भूिम या भवन दोन होने के तौर पर अचल संपि त की ि थित म धारण अविध को 36 महीन के थान पर 24 महीने समझा जाएगा

    उदाहरण  

    िम. कुमार एक वेतनभोगी कमर्चारी है। उन्होंने अूैल, 2011 के महीने में एक जमीन खरीदी और िदसंबर 2019, में उसे बेच िदया। इस मामले में, जमीन, िम. कुमार के िलए एक पूंजी पिरसंपित्त है। उन्होंने अूैल, 2010 में जमीन खरीदी और िदसंबर 2019 में अथार्त 24 महीने से अिधक की अविध के िलए धािरत करने के बाद उसे बेच िदया। इसिलए, जमीन को दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त के रूप में माना जाएगा। 

    उदाहरण  

    िम. राज एक वेतनभोगी कमर्चारी हैं। उन्होंने अूैल, 2018 के महीने में एक जमीन खरीदी और िदसंबर 2019, में उसे बेच िदया। इस मामले में जमीन िम. राज की एक पूंजी पिरसंपित्त है। उन्होंने अूैल, 2019 में जमीन खरीदी और िदसंबर 2018 में, अथार्त, 36 महीने से कम अविध के िलए धािरत करने के बाद उसे बेच िदया।इसिलए, जमीन को अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त के रूप में माना जाएगा।

    ी िवपुल एक वेतनभोगी कमर्चारी है। जुलाइर्, 2016 महीन म, उसन ेभूिम का टुकड़ा खरीदा और उसे

    जनवरी 2020 मे बेच िदया। इस मामले म ी िवपुल के िलए भूिम एक पूंजी पिरसंपि त है और उसे

    िनधार्रण वषर् 2020-21 म बेचा गया। उसने जुलाइर्, 2016 म भूिम खरीदी और जनवरी 2020 म बेच

    िदया (जैसा िव त अिधिनयम, 2018 वारा संशोिधत है) यानी अिधक से अिधक 24 महीन की अविध

    के िलए रखने के बाद। इसिलए भूिम को दीघर्कालीन पूंजी पिरसंपि त के तौर पर समझा जाएगा।

    उदाहरण  

    िम. राज एक वेतनभोगी कमर्चारी हैं। अूैल, 2018 के महीने में उन्होंने ःटेट बैंक ऑफ़ इंिडया िलिमटेड के शेयर (बीएससी म सूचीबद्ध) खरीदे और िदसंबर 2019, में उसे बेच िदया। इस मामले में शेयर िम. राज की पूंजी संपित्त हैं। उन्होंने अूैल, 2017 में शेयर खरीदे और िदसंबर, 2019 में अथार्त 12 महीने से अिधक की अविध के िलए धािरत

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    करने के बाद, उन्हें बेच िदया।इसिलए, शेयर को दीघार्विध पूंजीगत पिरसंपित्त के रूप में माना जाएगा।

    उदाहरण 

    शर्ी कुमार वेतनभोगी कमर्चारी ह।ै अपैर्ल, 2019 के महीने म उसने एबीसी िल. (बीएसइर् म सूचीब ) के इिक्वटी शेयर

    खरीद ेऔर उसे जनवरी 2020 म बेच िदया। इस मामले म, शर्ी कुमार के िलए शेयर पंूजीगत पिरसंपि ह।ै उसने

    अपैर्ल 2019 म उनको खरीदा और जनवरी, 2020 म बेच िदया अथार्त् 12 महीन की अविध से कम के िलए रखने के

    बाद। इसिलए, शेयर अल्प अविध पंूजीगत पिरसंपि के तौर पर समझे जा गे।

    उदाहरण 

    शर्ी कुमार वेतनभोगी कमर्चारी ह।ै अपैर्ल, 2018 के महीने म उसने एक्सवाइर्जेड िल. के असूचीब शेयर खरीद ेऔर

    उसे जनवरी 2020 म बेच िदया। इस मामले म, शर्ी कुमार के िलए शेयर पंूजीगत पिरसंपि ह ैऔर पंूजीगत पर्ाि के

    रूप को िनधार्िरत करने के िलए, संघटन की अविध को 24 महीन के तौर पर समझा जाएगा चूंिक शेयर असूचीब ह।ै

    उसने अपैर्ल 2018 म उनको खरीदा और जनवरी, 2020 म बेच िदया अथार्त् 24 महीन की अविध से कम के िलए

    रखने के बाद। इसिलए, शेयर अल्प अविध पंूजीगत पिरसंपि के तौर पर समझे जा गे।

    उदाहरण 

    शर्ी राज वेतनभोगी कमर्चारी ह।ै अपैर्ल, 2012 के महीने म उसने एक्सवाइर्जेड िल. के असूचीब शेयर खरीद ेऔर

    उसे िदसंबर 2019 म बेच िदया। इस मामले म, शर्ी राज के िलए शेयर पंूजीगत पिरसंपि ह ैऔर पंूजीगत पर्ाि के

    रूप को िनधार्िरत करने के िलए, संघटन की अविध को 24 महीन के तौर पर समझा जाएगा चूंिक शेयर असूचीब ह।ै

    उसने अपैर्ल 2012 म उनको खरीदा और िदसंबर, 2019 म बेच िदया अथार्त् 24 महीन की अविध से कम के िलए

    रखने के बाद। इसिलए, शेयर दीघर् अविध पंूजीगत पिरसंपि के तौर पर समझे जा गे।

    उदाहरण 

    शर्ी िवकास वेतनभोगी कमर्चारी ह।ै िसतम्बर, 2016 के महीने म उसने एबीसी िल. के असूचीब शेयर खरीद ेऔर उसे

    मइर् 2019 म बेच िदया। इस मामले म, शेयर िनधार्रण वर्ष 2020-21 म बेचे गए। इसिलए, असूचीब शेयर को

    रखने की अविध 36 महीनो के स्थान पर 24 महीने समझी जानी ह।ै

    शर्ी िवकास ने िसतम्बर 2016 म शेयर खरीद ेऔर उनको मइर् 2019 म बेच िदया अथार्त् 24 महीन की अविध या

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    उससे अिधक के िलए रखने के बाद। इसिलए, शेयर दीर्घ अविध पंूजीगत पिरसंपि के तौर पर समझे जा गे।

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ और अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ का अथर् 

    अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त के हःतांतरण पर उत्पन्न होने वाले अिभलाभ को अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ और दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त के हःतांतरण पर उत्पन्न होने वाले अिभलाभ को दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ कहा जाता जाता है। हालांिक, इस िनयम के कुछ अपवाद हैं जैसे िक मूल्ेािसत पिरसंपित्तयों पर होने वाले अिभलाभ पर हमेशा हमेशा अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ के रूप में कर ूभािरत िकया जाता है। 

    उदाहरण  

    अप्रैल 2019 में, िम. राजा ने अपनी आवासीय गहृ की संपित्त को बेच िदया जो मई, 2002 में खरीदी गयी थी। इस तरह िबबी पर पूंजीगत अिभलाभ 8,40,000 रुपये था। इस मामले में गहृ संपित्त एक दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त है और, इसिलए, 8,40,000 रुपये के अिभलाभ पर दीघार्विध के पूंजीगत अिभलाभ के रूप में कर ूभािरत िकया जायेगा। 

    उदाहरण  

    अप्रैल 2019, में िम. राहुल अपनी आवासीय गहृ संपित्त को बेच िदया जो मई, 2017 में खरीदी गयी थी। इस तरह िबबी पर पूंजीगत अिभलाभ 8,40,000 रुपये था। इस मामले में गहृ संपित्त एक अल्पाविध पूंजी पिरसंपित्त है और, इसिलए, 8,40,000 रुपये के अिभलाभ पर अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ के रूप में कर ूभािरत िकया जायेगा।

    पूंजीगत अिभलाभ को दीघार्विध और अल्पाविध अिभलाभ में वगीर्कृत िकये जाने का कारण: -  

    पूंजीगत अिभलाभ की कर देयता लाभ की ूकृित पर िनभर्र करती है, अथार्त, अल्पाविध या दीघार्विध। इसिलए, कर देयता िनधार्िरत करने के िलए पूंजीगत अिभलाभ को अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ और दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ में वगीर्कृत िकया जाता है। दसूरे शब्दों में, दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ और अल्पाविध पूंजीगत अिभलाभ के िलए कर की दरें अलग-अलग होंगी।  

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की गणना  

    दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त के ःथानांतरण के कारण उत्पन्न होने वाले दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की गणना िनम्न

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    िनम्न ूकार की जाएगी: 

    िववरण रु.

    ूितफल का पणूर् मूल्य (अथार्त, पिरसंपि त का िबक्री प्रितफल) XXXXX

    घटा: पूंजी पिरसंपित्त के हःतांतरण के संबंध में पूणर् और िवशेष रूप से िकया गया व्यय (जैसे, दलाली, दलाली, कमीशन, िवज्ञापन खचर्, आिद)

    (XXXXX)

    िनवल िबबी ूितफल XXXXX

    घटा: अिधमहण की सूचीबद्ध लागत (*) (XXXXX)

    घटा: सुधार की सूचीबद्ध लागत यिद कोई हो (*) (XXXXX)

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ XXXXX

    (*) सूचीकरण एक ूिबया है िजसके द्वारा अिधमहण की लागत को पिरसपंित्त के मूल्य में मुिाःफीित विृद्ध के िवरूद्ध िवरूद्ध समायोिजत िकया जाता है। इस ूयोजन हेतु केन्ि सरकार ने लागत मुिाःफीित सूचकांक अिधसूिचत िकया है। सूचीकरण का लाभ केवल दीघार्विध पूंजीगत पिरसंपित्तयों के िलए उपलब्ध है। अिधमहण की सूचीबद्ध लागत की की गणना के िलए िनम्न कारकों पर िवचार िकया जाता है: 

    • अिधमहण/सुधार का वषर् 

    • ःथानांतरण का वषर् 

    • अिधमहण/सुधार के वषर् का लागत मुिाःफीित सूचकांक  

    • हःतांतरण के वषर् का लागत मुिाःफीित सूचकांक

    अिधग्रहण की अनुक्रिमत लागत की गणना िन निलिखत सूत्र की मदद से की जाएगी

    अिधग्रहण की लागत × पूंजीगत पिरसंपि त के थानांतरण के वषर् का लागत मुद्रा फीित सूचकांक

    अिधग्रहण के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूचकांक 

    = अ प अविध म नहीं

    अनुक्रिमत सुधार की लागत की गणना िन निलिखत सूत्र की मदद से की जाएगी

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    सुधार लागत × पूंजीगत पिरसंपि त के थानांतरण के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूची = अ प अविध म नहीं सुधार के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूची

    कद्र सरकार ने िन निलिखत लागत को मुद्रा फीित सूची अिधसूिचत िकया है। 

    िव तीय वषर् सूची 2001-02 1002002-03 1052003-04 1092004-05 1132005-06 1172006-07 1222007-08 1292008-09 1372009-10 1482010-11 1672011-12 1842012-13 2002013-14 2202014-15 2402015-16 2542016-17 2642017-18 2722018-19 280

    उदाहरण 

    िम. राजा ने मई, 2004 में 84,000 रुपये में एक जमीन खरीदी और अूैल, 2018 में उसे 10,10,000 रुपये में बेच िदया (10,000 रुपये दलाली)। िम. राजा के हाथों में कर योग्य पूंजीगत अिभलाभ क्या होगा?

    पूंजी प्राि त की गणना िन नानुसार होगी : 

    िववरण रु.

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    ूितफल का पणूर् मूल्य (अथार्त, पिरसंपि त का िबक्री प्रितफल) 10,10,000

    घटा: पूंजी पिरसंपित्त के हःतांतरण के संबंध में पूणर् और िवशेष रूप से िकया गया व्यय (दलाली) 10,000

    िनवल िबबी ूितफल 10,00,000

    घटा: अिधमहण की सूचीबद्ध लागत (*) 2,08,142

    घटा: सुधार की सूचीबद्ध लागत, यिद कोई हो शून्य

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 7,97,805

    (*) वषर् 2004‐05 के िलए अिधसूिचत लागत मुद्रा फीित सूची 113 है तथा वषर् 2018‐19 के िलए 280 है। अिधग्रहण की सूचीगत लागत अथार्त ्अिधग्रहण की मुद्रा फीित लागत िन नानुसार आंकी जाएगी

     

    अिधग्रहण की लागत × पूंजीगत पिरसंपि त के थानांतरण के वषर् का लागत मुद्रा फीित सूचकांक

    अिधग्रहण के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूचकांक  

    रु. 84,000 × 280 = रु. 2,08,142

    113

    िकसी मान्यता ूाप्त ःटॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध इिक्वटी शेयरों की िबबी के कारण उत्पन्न होने वाला दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ अथार्त, धारा 10(38) के तहत कर मुक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ ।  

    धारा 10(38) के अनुसार, िनम्न शतोर्ं के सतंुष्ट होने पर, इिक्वटी शेयर या इिक्वटी ओिरएंटेड म्यूचुअल फंड (*) की इकाइयों अथवा यापार यास ईकाई िकसी भी व्यिक्त के हाथों कर ूभायर् नहीं है: 

    • ह तांतरण अथार्त ् इिक्वटी शेयर या इिक्वटी ओिरएंटेड म्युचुअल फंड की यूिनट अथवा यापार ट्र ट की ईकाई का ह तांतरण प्रितभूित लेनदेन कर के िलए आदेय होना चािहए। 

    • ऐसी शयेर/ईकाई एक दीघार्विध पूंजी पिरसंपित्त होनी चािहए। 

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    • हःतांतरण 1 अक्टूबर, 2004 को या उसके बाद िकया गया होना चािहए। 

    (*) इिक्वटी ओिरएंटेड म्यूचुअल फंड से अिभूेत धारा 10(23घ) के तहत िनिदर्ष्ट एक म्यूचुअल फंड से है और उसकी उसकी कुल ूािप्तयों में से िनवेश योग्य धन का 65% एक घरेलू कंपनी के इिक्वटी शेयरों में िनवेश िकया गया हो। 

    दसूरे शब्दों में, यिद दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ धारा 10(38) के तहत शािमल िकया जाता है, तो वह कर से मुक्त होगा।

    धारा 10(38) के अंतगर्त दीघार्विध पूंजीगत प्राि त से छूट प्रभावी ितिथ 1 अप्रैल, 2017 से उपल ध होगा भले ही 

    एसटीटी का भुगतान न िकया गया हो बशत िक 

      ‐  लेनदेन िकसी अंतरार् ट्रीय सेवा कद्र म ि थत प्रािधकृत शयेर बाजार पर िकया गया हो तथा 

      ‐  प्रितफल िवदेशी मुद्रा म िदया अथवा देययोग्य हो   

    धारा 10(38) हेतु संदिभर्तानुसार सूचीबद्ध प्रितभूितय के थानांतरण से उ प न दीघर्कालीन पूंजीगत प्राि तय के िलए छूट को प्रभावी िनधार्रण वषर् 2019-20 से िव त अिधिनयम, 2018 वारा वापस ले िलया गया है और आयकर अिधिनयम म एक नइर् धारा 112क को प्रारंभ िकया गया है।

    धारा 112क के अनुसार, एक इर्िक्वटी शयेर के थानांतरण, या एक इर्िक्वटी ओिरएंिटड फंड की इर्काइर् या एक यापािरक यास की इर्काइर् से उ प न दीघर्कालीन पूंजी प्राि त ऐसी पूजंी प्राि तय के 10 प्रितशत (कराधान के िबना) पर कररोिपत होगी। पूंजी प्राि तय पर कर . 1 लाख के अितिरक्त पर लगाया जाएगा।

    दीघर्कालीन पूंजी प्राि त पर कर

    सामा य प से, दीघर्कालीन पूंजी प्राि तयां 20 प्रितशत (लागू होने वाले अिधभार और अिधकर सिहत) की दर पर कर हेतु वसूली जाती है, लेिकन कुछ िवशषे मामल म, प्राि त 10 प्रितशत (करदाता के िवक प पर) की दर पर वसले जाते है (लागू होने वाले अिधभार और अिधकर सिहत)। दीघर्कालीन पूंजी प्राि त को वसूले जाने का लाभ 10 प्रितशत पर केवल िन निलिखत मामल म ही उपल ध है :

    1) सूचीबद्ध प्रितभूितय की िबक्री से उ प न दीघर्कालीन पूंजी प्राि तयां और यह . 1,00,000 से अिधक हो (धारा 112क)

    2) िकसी भी िन निलिखत पिरसंपि त के थानांतरण से उ प न दीघर्कालीन पूंजी प्राि तयां

    क) िकसी प्रितभूित (*) जो भारत म एक प्रािधकृत शयेर बाजार म सूचीबद्ध है

    ख) यूटीआइर् की कोइर् एक इर्काइर् या युचुयल फंड (चाहे सूिचत हो या नहीं) ($) और

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    ग) जीरो कूपन बांड

    (*) इस उ े य के िलए प्रितभूित का अथर् “प्रितभूित” है जैसा प्रितभूित अनुबंध (िनयामक) अिधिनयम, 1956 की धारा 2(ज) म पिरभािषत है। इस पिरभाषा म सामा य प से शयेर, ि क्रप, टॉक, बांड, िडबचर, िडबचर टॉक या अ य िबक्री योग्य प्रितभूितयां जैसे िकसी िनगमित कंपनी या अ य िनकाय काप रेट, सरकारी प्रितभूितयां, ऐसे अ य साधान के प म िजसे प्रितभूित होने के िलए केद्र सरकार वारा घोिषत िकया जा सके और प्रितभूितय म अिधकार या याज

    ($) यह िवक प 10-07-2014 को या उससे पहले बेची गइर् यूिनट के संदभर् म ही उपल ध है

    सूचीबद्ध प्रितभूितय की िबक्री से उ प न दीघर्कालीन पूंजी प्राि तयां (धारा 112क - िनधार्रण वषर् 2019-20 से प्रभावी)

    िव त अिधिनयम, 2018 प्रभावी वषर् 2019-20 से नइर् धारा 112क को शािमल िकया है। नइर् धारा के अनुसार एक कंपनी या एक इर्िक्वटी ओिरएंिटड फंड की इर्काइर् या यापािरक यास की इर्काइर् म एक इर्िक्वटी शयेर के तौर पर दीघर्कालीन पूंजी पिरसंपि त के थानांतरण से पूंजी प्राि तय ◌ं को . 1,00,000 से अिधक की ऐसी पूंजी प्राि तय के 10 प्रितशत की दर पर करारोिपत िकया जाएगा।

    यह 10 प्रितशत की िरयायती दर तभी लाग ूहोगी यिद :

    क) एक कंपनी म इर्िक्वटी शयेर की ि थित म, प्रितभूित लेनदेन कर को ऐसी पूंजी पिरसंपि त के दोन अिधग्रहण और थानांतरण पर िदया गया है और

    ख) एक इर्िक्वटी ओिरएंिटड फंड या एक यापािरक यास की इर्काइर् की ि थित म, एसटीटी पूंजी पिरसंपि त के थानांतरण पर िदया गया है।

    1 फरवरी, 2018 से पहले करदाता वारा प्रा त सूचीबद्ध इर्िक्वटी शयेर के अिधग्रहण की लागत िन निलिखत का अिधकतम होगी :

    क) ऐसी पिरसंपि त के अिधग्रहण की वा तिवक लागत या

    ख) िन निलिखत का कम से कम

    (i) 31 जनवरी 2018 के अनुसार ऐसे शयेर की उिचत बाजार कीमत या

    (ii) इसके थानांतरण पर उपािजर्त वा तिवक िबक्री प्रितफल

    सूचबीद्ध इर्िक्वटी शयेर की उिचत बाजार कीमत का अथर् 31 जनवरी, 2018 के अनुसार शयेर बाजार पर उदृ्धत इसका उ चतम मू य होगा। हालांिक, यिद 31 जनवरी, 2018 को ऐसे शयेर का कोइर् कारोबार नहीं होता, तो 31 जनवरी 2018 िजस पर उस शयेर म यापार हुआ, के तुरंत बाद की ितिथ के अनुसार ऐसे शयेर का अिधकमत मू य इसकी उिचत बाजार कीमत के तौर पर समझा जाएगा।

    यिद वह इर्काइर्यां जो प्रािधकृत शयेर बाजार पर सूचीबद्ध नहीं है तो 31 जनवरी, 2018 के अनुसार ऐसी

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    इर्काइर्य की िनिवल पिरसंपि त रािश को इसकी एफएमवी होने के तौर पर समझा जाएगा।

    यिद जहां पूंजी पिरसंपि त एक कंपनी जो 31.01.2018 के अनुसार प्रािधकृत शयेर बाजार पर सूचीबद्ध नहीं है, म एक इर्िक्वटी शयेर है लेिकन थानांतरण की ितिथ पर सूचीबद्ध है तो िव त वषर् 2017-18 के िलए लागत मुद्रा फीित सूचंकांक वारा असूचीबद्ध शयेर की लागत को इसकी एफएमवी होने के तौर पर समझा जाएगा।

    िनिदर् ट पिरसंपि त के थानांतरण से उ प न दीघर्कालीन पूजंी प्राि तयां

    एक करदाता िजसने िकसी सूिचत प्रितभूित या यूटीआइर् की िकसी इर्काइर् या युचुयल फंड (चाहे सूचीबद्ध हो या नहीं), धारा 112के अंतगर्त कवर नहीं, और जीरो कूपनी बांड के थानांतरण से दीघर्कालीन पूंजी प्राि त को अिजर्त िकया हो उसके पास िन निलिखत दो िवक प ह गे :

    क. सूचीकरण के लाभ का फायदा, ऐसे आंकी गइर् पूंजी प्राि त 20 प्रितशत की सामा य दर पर कर हेतु वसलूनीय होगी (साथ ही अिधभार और अिधकर भी जैसा लाग ूहो)

    ख. सूचीकरण के लाभ का फायदा न ल, ऐसा आंकी गइर् पूंजी प्राि त 10 प्रितशत की दर पर वसूली जाती है (अिधभार और अिधकर सिहत जैसा लागू हो)। िवक प का चयन दोन िवक प के अंतगर्त कर देयता की गणना वारा पूरा िकया जाना है और िन न कर देयता का िवक प चुना जाना है

    उदाहरण  

    िम. जनक एक वेतनभोगी कमर्चारी है। उन्होंने जनवरी, 2015 के महीने में बॉम्बे ःटॉक एक्सचेंज से @1,400 रुपये ूित शेयर की दर से एक्स िलिमटेड के 100 शेयर खरीदे। इन शेयरों को अप्रैल, 2019 में बीएसई में @2000 रुपया ूित शेयर की दर से बेच िदया गया 31 जनवरी, 2018 को शयेर बाजार पर उद्धत शयेर एक्स िलिमटेड का अिधकतम मू य प्रित शयेर . 1,800 था। इस मामले म पूंजी प्राि त का प क्या होगा? 

    शेयर जनवरी, 2015 में खरीदे गए थे और अप्रैल, 2019 में बेचे गए थे, अथार्त,् उन्हें 12 महीने से अिधक की अविध के िलए धािरत करने के बाद बेचा गया, शयेर प्रािधकृत शयेर बाजार के मा यम म बेचे और लेनदेन एसटीटी हेतु उ तरदायी है। इसिलए इस मामले म धारा 112क लागू होता है 

    िदए गए मामले म, शयेर को 12 महीन से अिधक की अविध के िलए रखने के बाद बेचा गया है, शयेर

    को मा यता प्रा त शयेर बाजार के मा यम से बेचा जाता है औ लेनदेन एसटीटी हेतु उ तरदायी है।

    इसिलए, इस मामले म धारा 112क लागू होती है।

    एक्स िलिमटेड शयेर के अिधग्रहण की लागत िन न का अिधकतम होगी

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    क) अिधग्रहण की लागत यानी 1,40,000 (1400 × 100)

    ख) िन न का कम से कम

    क. 31.01.2018 के अनुसार उदृ्धत उ चतम रािश यानी 1,80,000 (1800 × 100)

    ख. िबक्री प्रितफल यानी 2,60,000 (2,600 × 100)

    इसिलए, शयेर के अिधग्रहण की लागत . 1,80,000 होगी। त नुसार, ी जनक के हाथ दीघर्कालीन

    पूंजी प्राि त . 80,000 (यानी . 2,60,00 - 1,80,000) होगी। चूंिक दीघर्कालीन पूंजी प्राि तयां .

    1,00,000 से अिधक नहीं है इसिलए ी जनक के हाथ कुछ भी करयोग्य नहीं है।

    उदाहरण  

    ी सौरभ एक वेतनभोगी कमर्चारी है। जुलाइर्, 2017 महीने म उसने बॉ बे शयेर बाजार से . 2,000

    प्रित शयेर की दर पर एक्सवाइर्जेड के 100 शयेर खरीदे। इन शयेर को . 4,900 प्रित शयेर की दर पर

    जून 2019 म एनएससी के मा यम से बेच िदया गया। 31 जनवरी, 2018 को शयेर बाजार पर उदृ्धत

    एक्सवाइर्जेड िल का सबसे अिधकतम मू य . 3800 प्रित शयेर था। इस मामले म पूंजी प्राि त का प

    क्या होगा ?

    ** 

    इकाइयां जुलाई, 2017 में खरीदी गई थीं और जून, 2019 में बेची गई थीं, अथार्त,् उन्हें 12 महीने से अिधक की अविध के िलए धािरत करने के बाद बेचा गया, इसिलए, अिभलाभ दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ होगा।  

    िदए गये मामले में, शयेर 12 महीने से अिधक की अविध के िलए रखने के बाद बेचा गया था। इन इकाइयों को मान्यता ूाप्त शेयर बाजार में बेचा गया था और लेन-देन पर एसटीटी आदेय था इसिलए, इस मामले म धारा 112क लाग ूहोती है।

    एक्स िलिमटेड शयेर के अिधग्रहण की लागत िन न का अिधकतम होगी

    क) अिधग्रहण की लागत यानी 2,00,000 (2000 × 100)

    ख) िन न का कम से कम

    (i) 31.01.2018 के अनुसार उदृ्धत उ चतम रािश यानी 3,80,000 (3800 × 100)

    (ii) िबक्री प्रितफल यानी 4,90,000 (4900 × 100)

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    इसिलए उक्त से, शयेर के अिधग्रहण की लागत . 3,80,000 होगी। त नुसार, ी सौरभ के हाथ

    दीघर्कालीन पूंजी प्राि त . 1,10,,000 (यानी . 4,90,00 - 3,80,000) होगी। चूंिक दीघर्कालीन पूंजी

    प्राि तयां . 1,00,000 से अिधक नहीं है इसिलए ी धारा 112क के अंतगर्त कवर होगी। ी, सौरभ .

    10,000 पर 10 प्रितशत की दर पर कर देने के िलए उ तरदायी होगा यानी . 1,00,000 से अिधक की

    प्राि त

    उदाहरण  

    िम. कुमार (एक अिनवासी) ने िदसंबर 1995 में ँयामल िलिमटेड (सूचीबद्ध) के 28,100 रुपये के इिक्वटी शेयर खरीदे। इन शेयरों को अप्रैल 2018 में (मान्यता ूाप्त ःटॉक एक्सचेंज से बाहर) 5,00,000 रुपये में बेचा जाता है। भारत में उनकी कोई अन्य कर योग्य आय नहीं है। उनकी कर देयता क्या होगी? 

    ** 

    इस िःथित में, िम. कुमार के पास दो िवकल्प िनम्निलिखत हैं: 

    िववरण िवकल्प 1 (सूचीकरण का लाभ)

    िवकल्प 2 (सूचीकरण का लाभ नहीं)

    ूितफल का पणूर् मूल्य 5,00,000 5,00,000

    कम : अिधमहण की सूचीबद्ध लागत (रु.28,100 × 280/100)

    78,680 ------

    कम : अिधमहण की लागत _______ 28,100

    कर योग्य अिभलाभ 4,21,320 4,71,900

    4,21,320 रुपए पर 20% की दर से कर 84,264

    4,71,900 रुपए पर 10% की दर से कर 47,190

    उपरोक्त पिरकलन से, यह ःपष्ट है िक िम. कुमार को िवकल्प 2 चुनना चािहये चूंिक इस िःथित में कर देयता (जैसा लागू हो उपकर को छोड़कर) 47,190 रुपए आती है जोिक िवकल्प 1 के अंतगर्त कर देयता से कम है यािन . 84,264. 

    उदाहरण 

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    िम. कुमार (एक अिनवासी) ने िदसंबर, 2005 में एक जमीन 28,100 रुपये में खरीदी और अप्रैल, 2018 में, उसे 5,00,000 रुपये में बेच िदया। क्या वह सूचीकरण का लाभ न उठाने के िवकल्प और पूंजीगत अिभलाभ पर 10% की दर से कर का भुगतान करने का दावा कर सकते हैं? 

    ** 

    इस मामले में, हःतांतिरत संपित्त भूिम है और इसिलए पूवर्वतीर् उदाहरणों में चिचर्त िवकल्प उपलब्ध नहीं हैं और अिभलाभ की गणना सूचीकरण का लाभ उठाने के बाद की जाएगी और पिरणामःवरूप होने वाले अिभलाभ पर 20% की दर से कर (जमा अिधभार और उपकर जैसा लागू हो) ूभािरत िकया जायेगा। इस मामले में गणना िनम्न ूकार की जायेगी: 

    िववरण (रु.)

    ूितफल का पणूर् मूल्य 5,00,000

    कम : अिधमहण की सूचीबद्ध लागत (रु.28,100 × 280/117) 67,247

    कम : सुधार की सूचीबद्ध लागत शून्य

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 4,32,753

    4,32,753 रुपए पर 20% की दर से कर 86,551

    जमा: वा य व िशक्षा उपकर 4% 3,462

    कुल देय कर 90,013

    बुिनयादी छूट सीमा के िवरूद्ध दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ का समायोजन  

    बुिनयादी छूट सीमा से अिभूेत आय के उस ःतर से है जहां तक िकसी व्यिक्त को िकसी भी कर का भुगतान करने की आवँयकता नहीं होती है। िवत्तीय वषर् 2019-20 के िलए एक व्यिक्त के मामले में लागू बुिनयादी छूट की सीमा िनम्नानुसार है: 

    •   80 वषर् या उससे अिधक की उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 5,00,000 रुपये है। 

    •   60 वषर् या ऊपर परंतु 80 से वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 3,00,000 रुपये है। 

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    •   60 वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। 

    •   अिनवासी व्यिक्त के िलए, चाहे व्यिक्त की उॆ कुछ भी हो, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। 

    •   एचयूएफ के िलए, छूट की सीमा 2,500,000 रुपये है। 

    उदाहरण: बुिनयादी छूट सीमा  

    िम. कपूर (िनवासी और उॆ 25 वषर्) 1,84,000 रुपये की ूित वषर् की दर से वेतन कमाने वाले एक वेतनभोगी कमर्चारी हैं। वेतन के अलावा आय से, उन्होंने 6000 रुपये की साविध जमा पर ब्याज अिजर्त िकया है। उनकी कोई अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    ** 

    60 वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। इस मामले में िम. कपूर की कर योग्य आय 1,90,000 रुपये है (रु. 1,84,000 + रु. 6000), जो िक 2,50,000 रुपये की बुिनयादी छूट सीमा से कम है। इसिलए, उनका कर दाियत्व शून्य होगा। 

    उदाहरण: बुिनयादी छूट सीमा  

    िम. वीरेन (िनवासी और उॆ 62 वषर्) एक व्यापारी हैं। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर योग्य आय 2,25,200 रुपये है। उनकी कोई अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    ** 

    60 वषर् या ऊपर परंतु 80 से वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 3,00,000 रुपये है। इस मामले में, िम. वीरेन की कर योग्य आय 2,25,200 रुपये है, जो 3,00,000 रुपये की बुिनयादी छूट सीमा से कम है। इसिलए, उनका कर दाियत्व शनू्य होगा। 

    उदाहरण: बुिनयादी छूट सीमा  

    ौीमती राजा (िनवासी और उॆ 82 वषर्) एक डॉक्टर हैं। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर योग्य आय 4,84,000 रुपये है। उनकी कोई अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    ** 

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    80 वषर् या उससे अिधक की उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 5,00,000 रुपये है। इस मामले में, ौीमती राजा की कर योग्य आय 4,84,000 रुपये है जो 5,00,000 रुपये की बुिनयादी छूट सीमा से कम है। अत: उनकी कर देयता शनू्य होगी। 

    उदाहरण: बुिनयादी छूट सीमा  

    िम. राज (एक अिनवासी और उॆ 82 वषर्) एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। वह कनाडा में रह रहे हैं। वह मुंबई में एक घर के के मािलक हैं जो िकराए पर िदया जाता है। वषर् 2017-18 के िलए िकराये से कर योग्य आय 1,84,000 रुपये के बराबर है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी?  

    ** 

    अिनवासी व्यिक्त के िलए, चाहे व्यिक्त की उॆ कुछ भी हो, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। इस मामले में िम. राज की कर योग्य आय 1,84,000 रुपये है जो 2,50,000 रुपये की बुिनयादी छूट सीमा से कम है। इसिलए, उनकी कर देयता शनू्य होगी। 

    बुिनयादी छूट सीमा के िवरूद्ध दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ का समायोजन  

    पूवर्वतीर् उदाहरणों में हमने देखा िक बुिनयादी छूट सीमा से कम आय होने पर, कोई कर देयता नहीं होगी। अब एक ूश्न यह उठता है िक क्या कोई व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध बुिनयादी छूट की सीमा को समायोिजत समायोिजत कर सकता है? उत्तर व्यिक्त की आवासीय िःथित (अथार्त, िनवासी या अिनवासी) पर िनभर्र करेगा।इस करेगा।इस संबधं में ूावधान िनम्नानुसार हैं: 

    केवल एक िनवासी व्यिक्त ही दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध छूट की सीमा को समायोिजत कर सकता है। इस ूकार, एक अिनवासी व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध छूट की सीमा को समायोिजत नहीं कर सकता है। 

    एक िनवासी व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ को समायोिजत कर सकता है, लेिकन इस तरह का समायोजन केवल अन्य आय को समायोिजत करने के बाद ही संभव है। दसूरे शब्दों में, पहले दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ से िभन्न आय को छूट की सीमा में समायोिजत िकया जाना है और िफर शेष सीमा (यिद हो तो) को दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध समायोिजत िकया जा सकता है।  

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    उदाहरण  

    िम. कपूर (उॆ 67 वषर् और िनवासी) एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। उन्होंने िदसंबर, 2012 में एक जमीन खरीदी और अप्रैल, 2019 में उसे बेच िदया। इस िबबी से ूाप्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की रािश 1,84,000 रुपये थी। भूिम की की िबबी से लाभ के अलावा, उनकी कोई भी अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    60 वषर् या ऊपर परंतु 80 से वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 3,00,000 रुपये है। इसके अलावा, एक िनवासी व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध बुिनयादी छूट सीमा को समायोिजत कर सकता है। इस मामले में, दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 1,84,000 रुपये है िजसे बुिनयादी छूट की सीमा में समायोिजत िकया जा सकता है। दसूरे शब्दों में, िम. कपूर जमीन की िबबी पर दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ को बुिनयादी छूट सीमा के िवरूद्ध समायोिजत कर सकते हैं। 

    उपरोक्त चचार् के अनुसार, वषर् 2019-20 के िलए िम. कपूर की कर देयता शून्य होगी।  

    उदाहरण  

    िम. कपूर (उॆ 67 वषर् और अिनवासी) एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। उन्होंने िदसंबर, 2012 में एक जमीन खरीदी (िद ली म) और अप्रैल, 2019 में उसे बेच िदया। इस िबबी से ूाप्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की रािश 1,84,000 रुपये थी। भूिम की िबबी से लाभ के अलावा, उनकी कोई भी अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    **

    अिनवासी व्यिक्त के िलए, चाहे व्यिक्त की उॆ कुछ भी हो, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। इसके अलावा, एक अिनवासी व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध बुिनयादी छूट सीमा को समायोिजत नहीं कर सकता है। इसिलए, इस मामले में 2,50,000 रुपये की छूट सीमा को दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ में समायोिजत नहीं िकया जा सकता। दसूरे शब्दों में, िम. कपूर जमीन की िबबी पर दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ बुिनयादी छूट सीमा के वरूद्ध समायोिजत नहीं कर सकते। इस ूकार, 1,84,000 रुपए के दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ पर 20% की दर से (जमा वा य व ्िशक्षा उपकर @ 4%) कर वसूला जाएगा। इस ूकार, कर देयता 38,272 रुपए होगी। 

    उदाहरण  

    िम. कपूर (उॆ 67 वषर् और िनवासी) 5,000 रुपये मािसक पेंशन कमाने वाले एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। उन्होंने

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    िदसंबर, 2011 में सोना खरीदा और अप्रैल, 2019 में उसे बेच िदया। कर योग्य दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की रािश 3,70,000 रुपये है। पेंशन आय और सोने की िबबी से लाभ के अलावा उनकी कोई भी अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    60 वषर् या ऊपर परंतु 80 से वषर् से कम उॆ के िनवासी व्यिक्त के िलए, छूट की सीमा 3,00,000 रुपये है। इसके अलावा, एक िनवासी व्यिक्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध बुिनयादी छूट की सीमा को समायोिजत कर सकता है। हालांिक, इस तरह का समायोजन केवल दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के अलावा अन्य आय को समायोिजत करने के बाद ही संभव है। इस मामले में, उनकी पेंशन आय 60,000 रुपये (रु. 5000 × 12) और सोने पर दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 3,70,000 रुपये है। इस ूकार, पहले हमें छूट की सीमा के िवरूद्ध पेंशन आय को समायोिजत करना होगा और शेष सीमा दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ में समायोिजत की जायेगी। 

    इस मामले में बुिनयादी छूट की सीमा 3,00,000 रुपये है, 60,000 रुपये की पेंशन आय को 3,00,000 रुपये की छूट सीमा से समायोिजत करने के बाद उपलब्ध शेष सीमा 2,40,000 रुपए होगी। 2,40,000 रुपये के शेष को दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ में समायोिजत िकया जाएगा। 

    सोने पर कुल दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 3,70,000 रुपये है और उपलब्ध सीमा 2,40,000 रुपये है। इसिलए, 2,40,000 रुपए के समायोजन के बाद शेष दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 1,30,000 रुपये होगा। 1,30,000 रुपये के अिभलाभ पर 20% की दर से (साथ ही वा य व िशक्षा उपकर @ 4%) कर से वसूला जाएगा। इस ूकार, उपकर से पूवर् कर देयता 26,000 रुपए होगी और धारा 87क के तहत 12,500 रुपये की छूट घटाने के बाद, वह 14,040 रुपये के कर ( वा य व िशक्षा उपकर सिहत) का भुगतान करने के िलए उत्तरदायी होगें।  

    उदाहरण  

    िम. गगन (उॆ 67 वषर् और अिनवासी) एक भारतीय िनयोक्ता से 5000 रुपये मािसक पेंशन कमाने वाले एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। उन्होंने िदसंबर, 2011 में िदल्ली में एक जमीन खरीदी और अप्रैल, 2019 में उसे बेच िदया। कर कर योग्य दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की रािश 2,20,000 रुपये है। पेंशन आय और भूिम की िबबी से लाभ के अलावा उनकी कोई भी अन्य आय नहीं है। वषर् 2019-20 के िलए उनकी कर देयता क्या होगी? 

    अिनवासी व्यिक्त के िलए, चाहे व्यिक्त की उॆ कुछ भी हो, छूट की सीमा 2,50,000 रुपये है। इसके अलावा, एक अिनवासी व्यिक्त धारा 112 के तहत शािमल दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िवरूद्ध बुिनयादी छूट सीमा को समायोिजत नहीं कर सकता है। दसूरे शब्दों में, िम. गगन पेंशन आय को बुिनयादी छूट सीमा के िवरूद्ध समायोिजत

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    कर सकते हैं, परंतु शेष छूट सीमा में भूिम की िबबी से ूाप्त दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ में समायोिजत नहीं िकया जा सकता।

    इस मामले म आधारभूत छूटसीमा . 2,50,000 है तथा इसे . 60,000 की पशन आय के समय

    समायोिजत िकया जाएगा। . 1,90,000 (अथार्त ् . 2,50,000 घटा . 60,000) की शषे सीमा

    एलटीसीजी के समक्ष समायोिजत नही की जाएगी। इसिलए इस मामले म ी गगन को . 2,20,000

    की एलटीसीजी पर @ 20% साथ ही 4% की दर पर वा य व िशक्षा उपकर) पर कर देना होगा।

    इसिलए कर देयता . 760 होगी

    धारा 80ग से 80प तथा एलटीसीजी के अंतगर्त कटौती धारा 80ग से 80प के अंतगर्त कोई कटौती दीघर्

    कालीन पूंजीगत प्राि त वारा वीकृत नहीं है

    उदाहरण  

    िम. कपूर (उॆ 57 वषर् और िनवासी) एक सेवािनवतृ्त व्यिक्त हैं। उन्होंने िदसंबर, 2011 में एक जमीन खरीदी और अप्रैल, 2019 में उसे बेच िदया। इस तरह िबबी से ूाप्त कर योग्य दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ की रािश 6,00,000 रुपये है। भूिम की िबबी से लाभ के अलावा, उनकी कोई भी अन्य आय नहीं है। उन्होंने सावर्जिनक भिवंय िनिध(पीपीएफ) में 1,00,000 तथा एनएससी म . 50,000 रूपये जमा िकया है। वह पीपीएफ में 1,50,000 रुपये की जमा के एवज में धारा 80ग के तहत कटौती का दावा करना चाहते हैं। क्या वह ऐसा कर सकते हैं? 

    ** 

    धारा 80ग से 80त के तहत दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ के िलये कटौती का दावा नहीं िकया जा सकता है। इसिलए, िम. कपूर धारा 80ग के तहत 4,00,000 रुपये की दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ से 1,50,000 रुपये की कटौती का दावा नहीं कर सकते हैं। िम. कपूर की कर योग्य आय की गणना िनम्नानुसार की जाएगी:

    िववरण रु.

    दीघार्विध पूंजीगत अिभलाभ 6,00,000

    सकल कुल आय 6,00,000

    घटा : धारा 80ग से 80प के तहत कटौती शून्य

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    कुल आय या कर योग्य आय 6,00,000

    वह . 2,50,000 (आवासीय यिक्त के नाते) की छूट का दावा कर सकता है तथा उसे @ 20% ( + िशक्षा उपकर + एसएचईसी) के शषे पर एलटीसी का भुगतान करना पड़गेा। इसिलए उपकर से पूवर् उसकी कर देयता . 70,000 होगी वह . 72,800 (4% के उपकर सिहत) का कर देने क िलए उ तरदायी होगा।

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    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    दीघर् अविध पंूजीगत लाभ पर एमसीक्य ू

    प्र न 1. िवदेशी सं थागत िनवेशक वारा धािरत िकसी प्रकार की प्रितभूित जो भारतीय प्रितभूित तथा िविनमय बोडर् अिधिनयम, 1992 के अंतगर्त िकए गए िविनमय के अनुसार ऐसी प्रितभूित म िनवेश सदैव पूंजीगत पिरसंपि त के तौर पर माना जाएगा। इसिलए ऐसी प्रितभूित टॉक-इन-टे्रड के तौर पर नही ंसमझी जाएगी

    (क) सही (ख) गलत

    सही उ तर : (क)

    सही उ तर की प्रमािणकता :

    िवदेशी सं थागत िनवेशक वारा धािरत िकसी प्रकार की प्रितभिूत जो भारतीय प्रितभूित तथा िविनमय बोडर् अिधिनयम, 1992 के अंतगर्त िकए गए िविनमय के अनुसार ऐसी प्रितभिूत म िनवेश सदैव पूंजीगत पिरसंपि त के तौर पर माना जाएगा। इसिलए ऐसी प्रितभूित टाक-इन-टे्रड के तौर पर नहीं समझी जाएगी

    चूंिक प्र न म िदया गया िववरण सही ह इसिलए िवक प (क) सही िवक प ह

    प्र न 2. सूचीगत इिक्वटी शयेर पूंजीगत पिरसंपि त दीघर्कालीन पूंजीगत पिरसंपि त के तौर पर समझी जाएगी यिद यह इसके थानांतरण की तुरंत पूवर्गामी ितिथ से .........से अिधक महीन की अविध के िलए करदाता वारा धािरत की जाती है

    (क) 12 (ख) 24

    (ग) 36 (घ) 48

    सही उ तर : (क)

    सही उ तर की प्रमािणकता :

    कोई भी पिरसंपि त दीघर्कालीन पूंजीगत पिरसपंि त के तौर पर समझी जाएगी यिद यह इसके थानांतरण की तुरंत पूवर्गामी ितिथ से 36 महीने से अिधक की अविध के िलए करदाता वारा धािरत

  •  

    [िव त (सं. 2) अिधिनयम, 2019 वारा संशोिधत प म]

     

    की जाती है। बहरहाल, शयेर (ईिक्वटी अथवा वरीयता) जैसे कुछ पूंजीगत पिरसंपि त जो भारत म मा यता प्रा त टॉक-इन-टे्रड एक्सचज म सूचीबद्ध ह, ईिक्वटी उ मुख यूचल फंड की ईकाई, सूचीबद्ध ऋणपत्र, जीरो कूपन बाडं तथा सरकारी प्रितभूित के संबंध म धारण अविध 36 महीने के थान पर 12 महीने मानी जाएगी

    इसिलए िवक प (क) सही िवक प ह

    प्र न 3. अिधग्रहण की सूचीगत लागत की गणना म............आपेिक्षत नही है

    (क) अिधग्रहण लागत

    (ख) पूंजीगत पिरसंपि त के उ यन के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूची

    (ग) पूंजीगत पिरसंपि त के अिधग्रहण के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूची

    (घ) पूंजीगत पिरसंपि त के थानांतरण के वषर् की लागत मुद्रा फीित सूची

    (क) सही (ख) गलत

    सही उ तर : (ख)

    सही उ तर की प्रमािणकता :

    अिधग्रहण की सूचीगत लागत क